युवा पीढी़
युवा पीढी़
हर गली, हर मोड़ पर
हमने देखा है..
युवा पीढी़ के सपने कुचलते हुए
निराशा के सागर में
मोती ढूढ़ते हुए
जिसके लिए सुनने पड़ते हैं
घर, पडो़स, रिश्तेदारों के ताने
लेकिन इससे तनिक भी विचलित नहीं होते
उसने हार मानना सीखा ही नहीं
एक ही ध्येय होता है-
हम लडे़ंगे, बढे़ंगे और
एक दिन अपना इष्ट सिद्ध करेंगे
और संघर्षों के साक्षी होंगे
यही समाज, रिश्तेदार और साथ ही
साक्षी होगा
खुद का आत्मविश्वास, लगन व त्याग।