STORYMIRROR

आनन्द राज

Inspirational

4  

आनन्द राज

Inspirational

यही सुकून यही मोहब्बत और ये सुनहरा आसमान

यही सुकून यही मोहब्बत और ये सुनहरा आसमान

1 min
331

यही सुकून यही मोहब्बत

और ये सुनहरा आसमान

नजारा भी यही होगा

तुम आओ एक दफा


किनारा भी यही होगा

नहीं कोई अधूरापन

नहीं कोई धुंदलापन होगा

तुमने देखे थे जो ख्वाब वो अब पूरा होगा


इतनी गहराई में न तुम खुद को खोजो

राज को राज ही रहने दो

आगे अब कैसे बढ़ना है ये अब सोचो

तस्वीर कभी पुराने नहीं होते


दिल में रहने वाले बेगाने नहीं होते

अपनी यादों को दिल से लगाओ

दूर हो जायेंगे सारे दुःख इतना तुम शोर मचाओ

नज़रे बदल जायेंगे तो नज़ारे बदल जायेंगे


सुबह हो जाएँगी तो किनारे मिल जायेंगे

कहानियों को किताबों में ही रहने दो

अब सूरज की लालिमा को और भी उभरने दो

यही सुकून यही मोहब्बत


और ये सुनहरा आसमान

कितना प्यारा लगता है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational