भारत माँ है प्यारी माँ
भारत माँ है प्यारी माँ
ज़िंदगी फूलों का सेज नहीं
संघर्ष का मैदान है
सही कहूं तो ये एक प्रार्थना
नहीं ये तो वरदान है
इसी से देश की आबरू है
इसी से तो देश की पहचान है
क्यूंकि ये हमारे देश की जान है
नहीं रहे तो देश वीरान है
इसी से देश की शान है
इसी का नाम गीता है
यही सब का क़ुरान है
आंतरिक अभिलाषाओं की
प्रफुल्लित बागान है
इनका कोई नाम नहीं
ये तो बेनाम है
आतंकवादिता के तूफ़ान से
नहीं भटकते इसके ध्यान है
शायद इसे भारत माँ कहते हैं
जो देश की आन बान और शान है ....
