ये देश है वीर जवानों का
ये देश है वीर जवानों का
घर का आँगन माँ के आँचल,
गली गाँव को सूने कर हम,
बचपन के वो दोस्त निराले,
छोड़ आया वो ताल तलैया,
देश भक्ति की जज्बा ओढ़े,
ये देश है वीर जवानों का।।
मेरा प्यारा भारत न्यारा,
कोई इनको न आँखें दिखा,
उनके आँखें नोच लेंगे हम,
वीरों के फौलादी बाँहों में,
चट्टानों को तोड़ देंगे हम,
ये देश है वीर जवानों का।।
तन मन सबको वारूँ मैं,
चाहे दिन रात कभी हो,
हम सपूत माँ भारती के,
निज सुख भी त्यागूँ मैं,
तेरा भाल सजाऊँ मैं माँ,
ये देश है वीर जवानों का।।
देश भक्ति का चोला ओढ़े,
वीर शिवा राणा सा जोश लिए,
शान बना माँ चरणों का,
जनमानस की रक्षा हित,
कसमे खाता चरणों का मैं,
ये देश है वीर जवानों का।।
गिद्ध की आँखें गड़ा मैं,
चौकस खड़ा द्वारों पर,
न पैर पसारे दुश्मन वो,
याद दिलाती हर क्षण वे,
भारत माता तेरे सम्मानों की,
ये देश है वीर जवानों का।।
न आँच न आने देंगे हम,
भारत माता के चरणों को,
चाहे सर्दी हो या वर्षा,
तपते गर्मी चट्टानों में,
हिम धरा हिमालय में भी,
पहरा देते प्यारे जवान,
ये देश है वीर जवानों का।।
सीमाओं में अडिग खड़ा,
चट्टान बनकर ढाल बना,
तोपों की सलामी देकर,
दुश्मन से भी खूब लड़े हम,
माँ तिरंगे की रक्षा हित में,
ये देश वीर जवानों का।।
हुँकार भरा ललकारता हूँ,
दुश्मन की वो टोली को मैं,
ऊँची चोटी हिमालय से,
खदेड़ भगाऊँ दुश्मन को भी,
चाहे लड़ते शहीद हो जाऊँ,
ये देश है वीर जवानों का।।
कफन तिरंगा ओढ़ लिया मैं,
गाँव गली वो मेरे आँगन,
फिर वापस मैं भी आऊँ,
वो दोस्त मेरे बचपन का,
लिपट गले मैं भी लगाऊँ,
ये देश है वीर जवानों का।।
