वतन-ए-हिन्दुस्तान
वतन-ए-हिन्दुस्तान
मेरा भारत,
मेरी जान
हो जाऊं मै वतन-ए-कुर्बान
मै फौजी
ये मेरा ईमान
वतन-ए-हिन्दुस्तान
सबसे अलग,
सबसे जुदा
हो जाएं हम इसपे कुर्बान
ये हामारा ईमान
यही है हमारी जान
वतन-ए-हिन्दुस्तान।
हो जाएंगे हम इसके लिए फना
हो जाएंगे इसके लिए कुर्बान
इस मे ही बस्ती है हमारी जान
हम है फौजी
ये है हामारा ईमान
वतन-ए-हिन्दुस्तान
सुबह हो,दिन हो या हो रात
हरपल देखें हम एक ही ख्वाब
की अमर रहे हमारा जहां
अमर रहे हमारी धरती मां
बिना कुछ सोचे ही हम इसपे हो जाएंगे कुर्बान
वतन-ए-हिन्दुस्तान।