मेरे भोले भंडारी है
मेरे भोले भंडारी है
जिनके जटाओं में है वास गंग का
जिनके गले में है हार विश्व भुजंग का
वह कृपाचारी, ब्रह्मचारी
मेरे शिव, मेरे भोले भंडारी है
वह नृत्य सम्राट,
वह योग सम्राट,
मेरे स्वामी, मेरे इष्ट
मेरे भोले भंडारी है ।
वे ही आदियोगी
वे ही कृपाकारी है
जिन्हें पूजता पूरा संसार
वे मेरे परम् गुरु आदियोगी है
जो सृष्टि कल्याणकारी
जो विष धारी है
जो कृपा कारी है
वह मेरे भोले भंडारी है।
जिन्होंने मुझे शब्द दिया
जिन्होंने मेरा कल्याण किया
जिनका नाम मैंने हर पल लिया
वह मेरे भोले भंडारी है
जिनके प्रेम की है पूजा करता
जिनका हर पल है नाम जपता
वह आदियोगी भक्त प्रेमयोगी है
महादेव के अस्तित्व से है जिसका नाम वह प्रेमयोगी है।
॥ हर हर महादेव शंभो शंकर ॥