वसुधैव कुटुम्बकम
वसुधैव कुटुम्बकम
सबसे न्यारा सबसे प्यारा,
भारत वर्ष है देश हमारा।
सीधे सादे और भोले भाले,
भारतवासी है बड़े निराले।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई,
प्रेमभाव से सब रहते भाई।
संविधान हमारा यही सिखाता,
रखना सबसे समता का नाता।
गौतम बुद्ध का ये भारत देश,
वसुधैव कुटुम्बकम का दे सन्देश।