सीधे सादे और भोले भाले, भारतवासी है बड़े निराले। सीधे सादे और भोले भाले, भारतवासी है बड़े निराले।
सातवाँ बेचारा अकेला छूट गया। वह किसी से कुछ नहीं बोला सातवाँ बेचारा अकेला छूट गया। वह किसी से कुछ नहीं बोला
गंगा जल से मृत्यु का भय मिटाती गंगा जल से मृत्यु का भय मिटाती
तन पे लंगोटी ,चश्मा और लाठी था प्रिय जिन्हें चरखा और खादी सत्य- अहिंसा के थे जो अनुग तन पे लंगोटी ,चश्मा और लाठी था प्रिय जिन्हें चरखा और खादी सत्य- अहिंसा के...
हम भारतवासी हैं आर्य हैं पहाड़वासी हैं ग्रामीण हैं आदिवासी हैं। हम भारतवासी हैं आर्य हैं पहाड़वासी हैं ग्रामीण हैं आदिवासी हैं।
नहीं किसी से डरते हैं हम, हम हैं भारतवासी। नहीं किसी से डरते हैं हम, हम हैं भारतवासी।