वसुधा है शूरवीरों की
वसुधा है शूरवीरों की


वसुधा है शूरवीरों की , साहसी योद्धा और कर्मवीरों की ।
हारे जो न कभी हिम्मत , ऐसे राणा और शूरवीरों की ।।
मान देश का निज प्रान से बड़ा , और महान कहलाता है ।
इसलिए सबको मिल जय बोलनी चाहिए ऐसे रणवीरों की ।।
जैसा संघर्ष उनने झेला था , वैसा संघर्ष अपना नहीं ।
उनके सपनों का हो भारत , यह भी झूठा सपना नहीं ।।
इन सब के बीच नित नव सृजन करना कोरी कल्पना नहीं ।।
जर्रा जर्रा इस माटी का वीर शिवा की गाथा गाता है इसलिये
यह वसुधा -----------------
वो ही दम खम हममें जिन्दा है जो हमको नहीं डिगाता ।
शान्ति की राह में जो बने रोड़ा उसको राह से हटाता है ।।
रोकना चाहा समय के प्रवाह को पर उनकी दाल न गली ।
सर्जिकल स्ट्राइक कर शत्रु को मारक खौफ दिखाता है ।।
बच्चा बच्चा ले हाथ म़े तिरंगा दूर गगन लहराता है !