Smita Dwarikavasi

Horror

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Smita Dwarikavasi

Horror

वो राज़

वो राज़

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चल मेरे साथ में, इस स्याह रात में

लुट न जाये कहीं बात ही बात में

दूर सन्नाटे से आ रही आवाज़

और भी गहरा हो रहा वो राज़

वो राज़ वो राज़ वो राज़

                                    

चल मेरे साथ में, इस स्याह रात में

लुट न जाये कहीं बात ही बात में


ये ज़मीन भी नहीं, ये फलक भी नहीं

तू कहाँ आ फंसा ये पता ही नहीं

                                  

तू लाख बढ़ाता जाये कदम

दूरियाँ फिर भी न होंगी कम

दूर सन्नाटे से आ रही आवाज़ 

और भी गहरा हो रहा वो राज़

वो राज़ वो राज़ वो राज़

                                 

चल मेरे साथ में, इस स्याह रात में

लुट न जाये कहीं बात ही बात में

तुझ पर है किसी की ख़ास नज़र

पर तेरी नज़र तो है बेखबर


आ गया है वो तेरे इतने पास

बुझने वाली है उसके बरसों की

प्यास

दूर सन्नाटे से आ रही आवाज़ 

और भी गहरा हो रहा वो राज़

वो राज़ वो राज़ वो राज़


चल मेरे साथ में, इस स्याह रात में

लुट न जाये कहीं बात ही बात में

दूर सन्नाटे से आ रही आवाज़

और भी गहरा हो रहा वो राज़

वो राज़ वो राज़ वो राज़



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