वो दूर करते रहे
वो दूर करते रहे
वो दूर करते रहे, मुझसे लोगों को अपने प्रभाव से
मैं क्या कहता - मैं तो चुप था - मेरे स्वभाव से
मुझसे किसी को दुःख देने की कोशिश हो - नहीं नहीं
मेरे दिल में रमी हुई कोई साजिश हो - नहीं नहीं
नाम की नहीं - शिक्षा कर्म की पाई - पिता के गाँव से
बढने की कोशिश करें तो कोई पीछे खींचे - उफ़ दुनिया
मीठे पानी से प्यासी धरती को कैसे सींचे - उफ़ दुनिया
रिश्तों को निभाना - नहीं मुझे आता - जुए के दांव से।