वक़्त
वक़्त
मैं भी वहीं हूॅं, तू भी वहीं है,
तू भी वहीं है, मैं भी वहीं हूॅं।
नजर में मेरी आज भी तू है,
बस तेरी नज़र मुझपे नहीं है।
माना के तेरी दुनिया में फुरसत नहीं है,
तो आजकल मैं ही मैं हूॅं, तू कही नहीं है।
तेरे पास वक्त तो है निपुर्ण, पर मेरे लिए नही है,
मांगता भी तुझसे थोड़ा, पर क्या करूँ वो तुम्हें पसंद नही है।
