वीरों की कुर्बानी
वीरों की कुर्बानी
याद करो तुम वीरो की कुर्बानी को।
आहुति कर दी अपनी भरी जवानी को।।
याद करो तुम जीजाबाई माता को।
वीर शिवा का पौरुष, गौरव गाथा को।
वीर मराठों की अनुपम परिपाटी को।
याद करो बीरो की हल्दीघाटी को।।
बुंदेलों की गाथा भरी कहानी को।।
याद करो तुम वीरो की कुर्बानी को।
आहुति कर दी अपनी भरी जवानी को।।1।।
धर्म हेतु सिर कटा दिया इन वीरों ने।
जीवन सारा बीत गया जंजीरों में।।
याद करो गुरु गोविंद सिंह के त्याग को।
दीवालो में दफनाई औलाद को।।
याद करो गुरुओं की अमरकहानी को।
याद करो तुम वीरो की कुर्बानी को।
आहुति कर दी अपनी भरी जवानी को।।2।।
याद करो तुम जफर बहादुर शाह को ।
याद करो उधम सिंह के उत्साह को ।।
याद करो तुम चंपारण सत्याग्रह को ।
याद करो तुम भगत सिंह के आग्रह को ।।
याद करो तुम झांसी वाली रानी को ।
याद करो तुम वीरों की कुर्बानी को ।।
आहुति कर दी अपनी भरी जवानी को।3।।
याद करो तुम जलियांवाले बाग को ।
वीर बांकुरे चंद्रशेखर आजाद को ।।
याद करो तुम सावरकर के त्याग को।
मातृभूमि के प्रति उनके अनुराग को ।।
याद करो वीरों के काला पानी को ।
याद करो तुम वीरों की कुर्बानी को।।
आहुति कर दी अपनी भरी जवानी को।4।।