उत्तराखंड मेरी पहचान
उत्तराखंड मेरी पहचान
कुछ ऐसा है उत्तराखंड मेरा
हर पल भावुकता का एहसास करा जाता है
बसें है हम अपने गांव से दूर
पर कहा सुकून देते हैं ये शहर
वो छुट्टी पे अपने घर जाना
वो हर चीज को भावुकता से निहारना
वो बकरी का बच्चा
वो गाय का रम्भाना बड़ा याद आता है
वो सेब के बागीचे वो संतरा माल्टे
वो अम्मा का निहारना
सब बड़ा याद आता है
और जाने क्या क्या
यादों की पोटली दिल में रखे
चले जा रहे हैं हम
हर सम्बोधन उत्तराखंड का
जोश भर जाता है दिल में
हम हैं उत्तराखंडी यही मैं
हर किसी को जतलाना चाहतीं हूं
हर बार उत्तराखंड का सम्बोधन
हमें पहचान दिला जाता है।
