उम्मीद
उम्मीद
बहुत खामोश है ये रात और दिन
कुछ अनजाना सा डर है हर दिन
लेकिन इस उम्मीद की एक लौ को जालाए रखना
ये दिन भी बीत जाएगे
बस थोड़ा होसला जमाए रखना।
बहुत कठिन है ये वक्त ,बहुत कठिन है ये वक्त
पर वक्त तो वक्त है ये बीत ही जाएगा
पतझड़ के बाद फिर बंसत ही तो आएगा
बस तुम उम्मीद की एक लौ जालाए रखना
ये दिन भी बीत जाएगें
बस थोड़ा होसला जामाए रखना
अजनबी सा है रिश्ता आज -कल अपनो के साथ
बहुत दिन हुए मुस्कुराए हुए अपनो के साथ
फिर महफ़िल सजेगी फिर गीत गाएगे
इस उम्मीद को बनाए रखना
ये दिन भी बीत जाएगें
बस थोड़ा हौसला बनाए रखना।