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Gangotri Priyadarshini

Abstract

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Gangotri Priyadarshini

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उम्मीद

उम्मीद

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खुशियां खुद समेटती हुई

नई राह की आरज़ू लिए !!

चारों और दिलासा की 

जगमगाती रोशनी लिए !!

हम चल पड़े देखो यारों

जिंदगी की और कुछ पल

यादगार बनाने के लिए !!

ऐ हालात,

तू भी क्या याद रखेगा ??

तू भी खड़ा है ,

मेरी बुलंद हौसले के पीछे !!


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