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Kajal Manek

Abstract

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Kajal Manek

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उदास चेहरा

उदास चेहरा

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जब वक़्त पर न हो कोई पहरा,

दिखाई देता है तब उदास चेहरा,


लगे जब सब कुछ है ठहरा ठहरा,

हां उदासी में भी है जीवन का एक रंग गहरा,

दिखाई देता है तब उदास चेहरा,


ढलती शामें खूबसूरत लगने लगे,

अंधेरा मन को भाए गहरा,

दिखाई देता है तब उदास चेहरा,


मुस्कुराहट न हो लबों पर,

आंसुओं का बवंडर हो हर ओर ठहरा,

दिखाई देता है तब उदास चेहरा,


जब न हो दुनिया मे कोई अपना,

जब पूरा न हो कोई सपना,

जब झूठा लगे संसार का फेरा,

दिखाई देता है तब उदास चेहरा।


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