Sukriti Verma
Inspirational Children
मन में उमंग भर कर हर
चीज का दृष्टिकोण है यह बदलते,
खुशियों का महत्वपूर्ण कारण
इसे सभी है समझते,
इसीलिए तो यह त्यौहार है कहलाते !
आकाश
बच्चे!
परोपकार
नृत्य
मिट्टी
आत्मविश्वास
हंसी
मानवता
पंछी
त्योहार!
बंजारे है हम राहों के हमें खोजने अपने ठिकाने है। बंजारे है हम राहों के हमें खोजने अपने ठिकाने है।
एक गौ पाने की खातिर राज पाठ छुड़वाया , विश्वामित्र को ब्रह्म ऋषि का पद दिलवाया। एक गौ पाने की खातिर राज पाठ छुड़वाया , विश्वामित्र को ब्रह्म ऋषि का पद दिलवाया...
निगाहों पर जमाने ने पहरे लगा रखे हैं कि क्या रिश्ते तुमसे गहरे लगा रखे हैं। निगाहों पर जमाने ने पहरे लगा रखे हैं कि क्या रिश्ते तुमसे गहरे लगा रखे हैं।
सजग रहें सुरक्षित रहे हैं सावधान रहें, आओ मिलकर अदृश्य शत्रु का संहार करें !! सजग रहें सुरक्षित रहे हैं सावधान रहें, आओ मिलकर अदृश्य शत्रु का संहार करें !!
जो न समझे इसको वह पशु समान कहलाता है , वह दूसरों की उँगलियों पर ही नचाता रह जाता है I जो न समझे इसको वह पशु समान कहलाता है , वह दूसरों की उँगलियों पर ही नचाता रह ज...
कभी किसी को उसके अंकों के आधार पर ना आंको! कभी किसी को उसके अंकों के आधार पर ना आंको!
रंगों से ही जीवन में बहारें छाई हैं इनसे जीवन जीने की वजह पाई है! रंगों से ही जीवन में बहारें छाई हैं इनसे जीवन जीने की वजह पाई है!
सरहद की रक्षा के लिए, डटा वीर जवान है। सरहद की रक्षा के लिए, डटा वीर जवान है।
प्यारो मेरे कुछ तो सीखो, ढाई आखर प्रेम का रे! प्यारो मेरे कुछ तो सीखो, ढाई आखर प्रेम का रे!
राजा राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम की उपाधि दी, यहीं सबको बता जाता हूँ। राजा राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम की उपाधि दी, यहीं सबको बता जाता हूँ।
तुम बिन कैसे काटेंगे ये रात –दिन और रैना। आज फिर याद तुम्हारी आ गई, आज फिर याद तुम्हा तुम बिन कैसे काटेंगे ये रात –दिन और रैना। आज फिर याद तुम्हारी आ गई, आज फिर...
बांध ले अपनी हिम्मत को , तिल -तिल कर मरना । अब और नहीं ...अब और नहीं। बांध ले अपनी हिम्मत को , तिल -तिल कर मरना । अब और नहीं ...अब और नहीं।
उठो खड़ी हो, चलो अपने लक्ष्य की ओर चलो लक्ष्य की ओर की...... उठो खड़ी हो, चलो अपने लक्ष्य की ओर चलो लक्ष्य की ओर की......
दोस्त भाई-बहन हैं, जो हमारे खून से संबंधित नहीं हैं! दोस्त भाई-बहन हैं, जो हमारे खून से संबंधित नहीं हैं!
अर्द्ध सत्य या मिथ्या इंसान के अभिमान गुमान या ख़्वाब सी ।। अर्द्ध सत्य या मिथ्या इंसान के अभिमान गुमान या ख़्वाब सी ।।
रूठकर करोगे क्या अपनी ज़िंदगी से, सदा मुस्कुराते रहो अपनी ज़िंदगी से। रूठकर करोगे क्या अपनी ज़िंदगी से, सदा मुस्कुराते रहो अपनी ज़िंदगी से।
आजादी के परवाने मौत का भय न जाने! आजादी के परवाने मौत का भय न जाने!
जीवन की इस भागदौड़ से थक चुका हूँ मैं जाने कितने कठिन दौर से गुज़र चुका हूँ मैं! जीवन की इस भागदौड़ से थक चुका हूँ मैं जाने कितने कठिन दौर से गुज़र चुका हूँ म...
मैं बादल आवारा सा मस्ताना सा दीवाना सा मैं बादल आवारा सा मस्ताना सा दीवाना सा
मेरे जीवन का बस एक ही सपना है, माँ भारती के लिये सबकुछ करना है। मेरे जीवन का बस एक ही सपना है, माँ भारती के लिये सबकुछ करना है।