परोपकार
परोपकार
मानवता का सबसे बड़ा है यह धर्म,
इसका पालन करने वालों के होते है अच्छे कर्म,
इसके विलुप्त होने से मानवता केवल रह जाएगा एक भ्रम,
इसीलिए इसको घटने ना देकर इसका बनाना चाहिए क्रम,
हर किसी को ऐसे ही देर से लेना चाहिए स्वीकार ,
इसीलिए तो यह कह लाता है परोपकार!