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Rupesh Kumar

Inspirational

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Rupesh Kumar

Inspirational

तू नहीं तो कोई नहीं

तू नहीं तो कोई नहीं

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माँ तू नहीं तो कोई नहीं ,

तेरे आंचल की छाँव में ,

मेरी दुनिया सँवर जाती है ,

तेरे आंचल की छाँव में ,

मेरी भूख भी चली जाती है ,

तेरे हाथों से सर को सहलाने से ,

सारे दुख मिट जाते हैं ,

तेरे जैसा दुनिया में कोई नहीं है ,

तेरे जैसा दुनिया में कोई नहीं है सुन्दर प्यारा ,

तेरी इन दो आँखो में मुझें ,

सारी दुनिया नजर आती है ,

तेरे पांवों में मुझें हमेशा ,

सारी तीर्थ स्थल दिखते हैं ,

माँ के चरणों में मुझें ,

जन्नत नजर आती है ,

माँ की सूरत में मुझे ,

दुर्गा , सरस्वती, पार्वती, लक्ष्मी का 

रुप हमेशा दिखता है ,

माँ नहीं तो दुनिया की ,

कभी कल्पना नहीं हो सकते हैं हम ,

माँ बिन जीवन हमेशा अधूरा होता ,

माँ के चरणों मे हम जब ,

सर झुकाते हैं तो हमें हजार खुशियाँ मिलती है !


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