तू नहीं तो कोई नहीं
तू नहीं तो कोई नहीं
माँ तू नहीं तो कोई नहीं ,
तेरे आंचल की छाँव में ,
मेरी दुनिया सँवर जाती है ,
तेरे आंचल की छाँव में ,
मेरी भूख भी चली जाती है ,
तेरे हाथों से सर को सहलाने से ,
सारे दुख मिट जाते हैं ,
तेरे जैसा दुनिया में कोई नहीं है ,
तेरे जैसा दुनिया में कोई नहीं है सुन्दर प्यारा ,
तेरी इन दो आँखो में मुझें ,
सारी दुनिया नजर आती है ,
तेरे पांवों में मुझें हमेशा ,
सारी तीर्थ स्थल दिखते हैं ,
माँ के चरणों में मुझें ,
जन्नत नजर आती है ,
माँ की सूरत में मुझे ,
दुर्गा , सरस्वती, पार्वती, लक्ष्मी का
रुप हमेशा दिखता है ,
माँ नहीं तो दुनिया की ,
कभी कल्पना नहीं हो सकते हैं हम ,
माँ बिन जीवन हमेशा अधूरा होता ,
माँ के चरणों मे हम जब ,
सर झुकाते हैं तो हमें हजार खुशियाँ मिलती है !
