माँ मेरी दुनिया है तू
माँ मेरी दुनिया है तू
माँ शब्द सबसे है प्यारा ,
दुनिया है जिसका न्यारा ,
इस शब्द से दुनिया की होती शुरुआत ,
जिसका कोई नहीं है परिपूर्ण ,
जिसमें ममता की मूरत होती है ,
जिसमें जग की सारी सूरत होती है ,
जो है इस जग में सबसे ऊपर ,
वो है संसार में सबसे महान ,
माँ की ममता का कोई शब्द नहीं है ,
जिसमें खुशियों की सौगात भरी है ,
जिस शब्द की सारी दुनिया है दिवानी ,
वो माँ है इस जग में सबसे निराली ,
माँ बिन जीवन है अधूरा ,
खाली- खाली, सूना- सूना ,
जिसके जीवन में माँ नही होती ,
उसका जीवन में है दुःख दूना ,
माँ बिन जीवन की कल्पना नहीं होती ,
दुनिया की एहसास , आरजु है माँ ,
सत्य, अहिंसा, शौर्य की साक्षी है माँ ,
हम सभी बच्चों में सूर्य जैसी तेज रोशनी है माँ !
