तुम वक़्त लेते आना
तुम वक़्त लेते आना
में मौत लेके आऊंगी
तुम वक़्त लेते आना,
सुनाऊंगी हम दोनों की कहानी
तुम वो दास्तां लिखना,
वो पहली मुलाक़ात की बातें
रात भर बातों में किए हुए वादे
याद है ना तुम्हे ?
कभी कुछ नहीं चाहा
कुछ चाहिए तो
सिर्फ तुम्हारा तवजू,
क्या हूं में इतनी बुरी
के अब नजर तक नहीं मिलते
बातों बातों में मेरी नाम नहीं पुकारते,
दुआ है रहो तुम अवाद
और में बर्बाद
याद करना कुछ लम्हें
लिखना कुछ कविताएं
पढ़ना तुम मेरे लिए
शुनशान किसी जगह पे,
होगी हमारी आखरी मुलाक़ात
करना तुम कुछ बातें
में भी करूंगी कुछ शिकायतें
मैं मौत लेके आऊंगी
तुम वक़्त लेते आना।