STORYMIRROR

Anmol Arora

Tragedy

2  

Anmol Arora

Tragedy

टूट के रोये

टूट के रोये

1 min
179


छूटा जो तेरा हाथ तो हम टूट के रोये

तुम जो ना रहे साथ तो हम टूट के रोये

चाहत की तमन्ना थी और ज़ख़्म दिए तुमने

पायी जो यह सौगात तो हम टूट के रोये।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy