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बेज़ुबानशायर 143

Abstract Fantasy Inspirational

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बेज़ुबानशायर 143

Abstract Fantasy Inspirational

तरफदारी

तरफदारी

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मेरे पहलू में बैठकर मेरी तरफदारी करते हो

 जाओ मियां तुम भी क्या अदाकारी करते हो।


जब भी मिलते हो तो कहते हो फलां शख्स बुरा है,

उसी इंसान की तुम फिर वफादारी करते हो।


जो सबका दोस्त होता है किसी का दोस्त नहीं होता ,

मैं तुमको दोस्त कहता हूं ,मगर गद्दारी करते हो।


कभी देते हो गाली और कभी बाहें फैलते हो,

अच्छा ये ठीक है क्या तुम मदारी करते हो।


तुमको सौंपी थी फकत हमने अपनी थोड़ी कहानी,

तुम लोगों से मिलकर बातों की राजदारी करते हो।



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