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preeti kohli

Romance

3  

preeti kohli

Romance

तन्हाई में

तन्हाई में

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385


तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे

यादों की गलियों से तुम भी कभी गुज़रते होगे


फूलों का मौसम आया और साथ में आई ख़ुशबू

रंगों ने भी फैलाया हर दिल पर अपना जादू

किसी ना किसी से तुम भी मेरी बात तो करते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


मुझसे बिछड़ कर भूल गए हो प्यार की सारी बातें

तोड़ दिए इक पल में तुमने सारे रिश्ते-नाते

कैसे अपने हाथों दिल के टुकड़े करते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


हर आहट पे मुझको लगता है कि जैसे तुम हो

और इक तुम जो ना जाने के किस दुनिया में गुम हो

मरते तो तुम भी थे मुझ पर, कहने से डरते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


फ़ूलों का मौसम आया और साथ में आई ख़ुशबू

रंगों ने भी फैलाया हर दिल पर अपना जादू

मन की बगिया में तुम मेरे साथ गुज़रते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


बारिश की जब बूँद तुम्हारे तन पर पड़ती होगी

बिरहा मन की सच कहना तुम प्यास तो बढ़ती होगी

मेरी तरह तुम भी तो बस आहें भरते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


मुझसे बिछड़ कर भूल गए हो प्यार की सारी बातें

तोड़ दिए इक पल में तुमने सारे रिश्ते-नाते

कैसे अपने हाथों दिल के टुकड़े करते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


लौट आओ इक बार के रस्ता देख रही हैं आँखें

राह तुम्हारी तकते-तकते थम ना जाएँ साँसों

दिल ही दिल में तुम भी यही फरियाद तो करते होगे

तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे


तन्हाई में तुम भी मुझको याद तो करते होगे

यादों की गलियों से तुम भी कभी गुज़रते होगे


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