तिरंगा मेरी जान
तिरंगा मेरी जान
तिरंगा हमारा सबसे प्यारा
हम सब की ये जान है,
हमारी शान तिरंगा यह
हम सब की पहचान है।
क्या सुनाऊं इसकी
गौरव गाथा त्याग, वीरता,
सच्चाई संग ये
खुशहाली की खान है
जो कभी इसे अपनाता है
उसके लिए ये मातृभूमि
का वरदान है।।
जब जवान के सीने पर लगता है
बना लाखों माताओं का मान है।
जब खिलाड़ी के कंधे आता
चढ़ा देश पर उत्साह का खुमार है।।
जब किसान के माथे
चढ़ता फसलों में बहार है
सोना उपजता धरती माँ से
अच्छी फसल का देता बड़ा उपहार है।।
जब हाथ में आता आम आदमी के
गर्व से झूमा उसे देता है
मेरे देश का बड़े से बड़ा सम्मान
इस तिरंगे को ही जाता है।।
तिरंगा हमें जान से प्यारा है
सबके यही जीवन का सार है
सबसे ऊँचा सबसे न्यारा
तिंरगा ही अपना प्यार है।।
