तेरी याद में
तेरी याद में
तुम्हारी याद में रात भर, मैं जागती रही,
जागती आंखों से, ख़्वाबों को बुनती रही,
और उन ख्वाबों में, मैं ज़िन्दगी जीते रही।
रात के जगमगाते हजारों सितारों से,
अपने ख्वाबों को सजाते रही,
सजाते ख्वाब में, बस तुम्हें महसूस करते रही,
और फिर दिल ने भी ये कुबूल किया कि,
तुम यहीं हो, यहीं कहीं हो, मेरे पास मेरे करीब हो।
तुम्हें पाने की हसरत, मेरा एक जुनून था,
ये जुनून ही, मेरे प्यार का वजूद था,
ख्वाब तो तब भी थे आंखों में,
फ्रक बस इतना है कि, उस वक्त तुम हकीकत थे,
और अब मेरे यादों का सफर हो।

