तेरी गली में
तेरी गली में
उसकी धमकी से मै क्या डर जाऊँगा
हुस्न की चुनौती को कैसे ठुकराऊँगा
विश्वास है इतना खाली हाथ नहीं आऊँगा
ज़िद्दी है तू,अड़ियल हूँ मै भी
होली तेरी गली में ही मनाऊँगा
गर ना मिली चप्पल नंगे पांव दौड़ा चला आऊँगा
गुलाली रंग के तुझे बेशक खुद भीग जाऊँगा
मीठी गालियां तेरी है बरकत जैसी
अब और क्या मई चाहूंगा
ज़िद्दी है तू,अड़ियल हूँ मै भी
होली तेरी गली में ही मनाऊँगा
ज़माने की पाबंदियों को तोडा चलाऊँगा
सजदे तेरे दर पे हे सजाऊँगा
रूह में तेरी यूँ घुल जाऊँगा
ज़िद्दी है तू,अड़ियल हूँ मैं भी
होली तेरी गली में ही मनाऊँगा