तेरे जाने के बाद ये शहर बेरंग
तेरे जाने के बाद ये शहर बेरंग
तेरे जाने के बाद ये शहर बेरंग सा है,
न अब तुम सा कोई मुस्कुराता है,
न कोई मेरे आने में खुशी से झूम जाता है,
तेरे जाने के बाद ये शहर बेरंग सा है,
न कोई मुझको बांहों में भर के पल भर में लिए रोक लेना चाहता है,
न कोई मेरे इश्क़ को अब दिल से अपनाता है,
तेरे जाने के बाद ये शहर बेरंग सा है,
न जाने क्यों लेकिन अब हर मकान सवाल करते है,
क्यों आये हो वापस इस शहर ये आवाज़ देते है,
अब तो सब कुछ अधूरा अधूरा सा है,
तेरे जाने के बाद ये शहर बेरंग सा है।।

