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Vivek Madhukar

Abstract Inspirational Children

4.4  

Vivek Madhukar

Abstract Inspirational Children

सुनो दिल की

सुनो दिल की

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जो जी सको ज़िन्दगी

   बिना खुद पे खोए भरोसा

पास होगी तुम्हारे हर वो चीज़

   जरूरत है जिसकी पूरा करने को हर सपना।


   जो झाँको भीतर दिल में अपने कभी

      पाओ आत्मविश्वास की ठोस दीवार

   आसां हो जाएगी हर बाज़ी

      कर लोगे सामना, कैसा भी हो वार।


जो खोज पाओ आशा अपने

      अंतरतमन में

प्रज्ज्वलित रखेगा यह दीप

   तुम्हारे विश्वास का

सुदृढ़ होती रहेगी आतंरिक शक्ति

   कर पाओगे पार हर बाधा

और तब होंगे दर्शन उस आनंद के

  &

nbsp;इंतज़ार कर रहा है जो तुम्हारा

         हो बेताब।


   किसी सपने को पूरा करने हेतु किया

         गया हर संघर्ष

      सदा काबिल है हर कोशिश के

   इसी संघर्ष में छुपी है

      तुम्हारी दृढ़ता

         और सपने का साकार होना।


जो सुनोगे दिल की,

   गहराइयों से आती सदा

नहीं शुबहा कोई, पहुंचोगे

   अपने ख़्वाब तक, पाओगे

      ख़ुशियाँ इन्तेहाँ।


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