सुन री सजनिया
सुन री सजनिया
सुन री सजनिया बतिया हमार
करत रहब हम तोहरा से प्यार।
रूठ जाई हमसे चाहे सगरो जहान
करत रहब हम तोहरा से प्यार।
तू हई चंदा हम हैं चकोर तोहार
करत रहब हम तोहरा से प्यार।
कबहुं न दुखाईब हम जियरा तोहार
करत रहब हम तोहरा से प्यार।
कैसे समझाई तोहके कितना ब प्यार
तुम बिन सूना लागे अंगना- दुआर।