सुकून की शीतल सांस भरो
सुकून की शीतल सांस भरो
हार मानकर खुद से तुम, जीवन ना बर्बाद करो
यदि खड़े हो शून्य पर, फिर से नई शुरुआत करो
थक हार कर उदासी भरा, यूँ ना तुम विश्राम करो
सपने सच करने का कोई, पक्का इन्तज़ाम करो
छोड़ो मन की निराशा, खुद पर तुम विश्वास करो
इरादों को मजबूत करो, फिर से तुम प्रयास करो
विघ्न दूर हो जाएंगे, तुम सपनों को बलवान करो
लक्ष्य की दिशा चुनकर, उसकी और उड़ान भरो
जीत अगर पानी है तो, आत्मबल का ध्यान करो
लक्ष्य पर पहुँचकर, सुकून की शीतल सांस भरो