सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चंद्र बोस
तेइस जनवरी अठारह सौ सत्तानवे,
ओडिशा के कटृक गांव मे जन्मे।
देश प्रेमी स्वाभिमानी दृढनिश्चयी,
सुभाष थे महान स्वतंत्रता सेनानी।।
राष्ट्र के लिए स्वाधिनता सर्वोपरि,
तरूणों में प्रवाहित किया मूलमंत्र।
युवाओं की सोई आत्मा को जगाकर,
आजादी को बना दिया आतमप्रतिष्ठा का प्रश्न।।
पूर्ण स्वाधीनता ही बन गया,
जिसके जीवन मरण का प्रश्न।
जय हिन्द दिल्ली चलो का नारा देकर,
आजाद हिंद फौज का किया गठन।।
बहादुर बनो करो संघर्ष,
क्योंकि स्वतन्त्रता है निकट।
ऐसे विचारों से तैयार किया,
आजादी के दीवानों की फौज।।
वह इन्सान नही तूफान था,
जो बंधनों मे नही बधं सकता था।
निकल गया वह गोरों के चंगुल से,
दृढ़ प्रतिज्ञ सेनानी था।।
परमवीर साहसी निर्भीक निडर,
था भारत मां का सच्चा सपूत।
कर दिया समर्पित जीवन सम्पूर्ण,
सुभाष चंद्र बोस हो गया अमर।।
वह था वीर त्यागी बलिदानी,
उसको याद रखेगा हर भारतवासी।
आजादी की मशाल जलाकर,
सो गया अमर सेनानी।।