सुबह का भूला
सुबह का भूला
सुबह का भूला
अगर शाम को घर लौट आए
उसे भूला नहीं कहते ।
अनजाने गलती होने पर
जो करें पश्चाताप उसकी
गलती को क्षमा कर देते हैं
उसे भूला नहीं कहते ।
मानव जीवन में गलती होना
आम बात है पर गलती को
सुधार कर सही राह पर चलना
सबसे खास बात है ।
सुबह निकला जो भटकती राहों पर
सुधार अपनी भूल को
शाम को लौट आए सही राहों पर
उसे भूला नहीं कहते ।
सुबह का भूला
अगर शाम को घर लौट आए
उसे भूला नहीं कहते ।
