"सरदार पटेल"
"सरदार पटेल"
एकीकरण का कार्य कठिन था,
रियासतों में देश बंटा था।
अपने-अपने राग अलापनते,
राजा और महाराजा डटा था।
एकीकरण का वीणा उठाया,
सारी रियासतें एक करी।
गृह मंत्री के रूप में तुमने,
लोकतंत्र की नींव रखी।
थे लौह पुरुष,हे महापुरुष,
सचमुच तुम बड़भागी थे।
भारत मां के राजदुलारे,
सच्चे तुम्ही पुजारी थे।
देश तुम्हारा ऋणी रहेगा,
याद तुम्हारी रूलायगी।
श्रद्धांजलि सब देंगे मिलकर,
जब 31 अक्टूबर आयगी।।
