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Shiv Kumar

Children

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Shiv Kumar

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सपनों का जहाज

सपनों का जहाज

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सपनों का जहाज़ ले चलें हम,

आसमान में उड़ते जाएं हम।

कलियाँ रंग-बिरंगी महकें,

तारों से चमकते रास्ते देखें।


सपनों में मुस्कान हो सभी,

दिलों में खुशियों की हलचल हो तभी।

हरे-भरे बागों में खेले हम,

हर दिन नया ख्वाब देखें हम।


चाँद और सूरज संग खेले,

धरती पर नन्हें फूलों से मेलें।

हंसी-खुशी के गीत गाएं हम,

सपनों के जहाज़ पर सवार हो जाएं हम।


बच्चों, तुम भी सपने देखो,

हिम्मत से आगे बढ़ो और बढ़ते जाओ।

सपनों का जहाज़ हमेशा साथ होगा,

बस हर पल खुश रहना, यही हमारा रीत होगा।


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