सपने आज़ाद है
सपने आज़ाद है


बात एक शायर की करता हूँ
जिसे अपनों ने ठुकराया
वफ़ा की साजिश देखो
बेवफाई मोहब्बत ने
ज़िन्दगी की सबसे बड़े
सच से वाकिफ बनाया
की यह चलती जाती है
सुर्ख हवाएं बस ये एलान किए जाती है
ज़िन्दगी जीए जाती है
ज़िन्दगी जीए जाती है
कुछ लम्हे अधूरे ही शायद ठीक है
जो ज़िन्दगी में लड़ने का
जज़्बा दिए जाती है
बात पूरी हो तो ज़िन्दगी के
फसादों की सीख बोझिल हो जाती है
अधूरी हो तो कुछ अनकही बाते
रातों को याद आ जाती है
ज़िन्दगी में जो खोया वो
सपनों ने तुझसे मिला कर पूरा किया
समाज और लोगों का बस
मेरे ज़िन्दगी में तो चलता है
पर सपने आज़ाद है