संसद पर हमला (13 दिसम्बर)
संसद पर हमला (13 दिसम्बर)
संविधान के मंदिर में,
जब शीत - सत्र का शोर - सवाल।
आये लोकतंत्र की हत्या करने,
पाॅंच आतंकी लाल।।
तिथी दिसम्बर तेरह सन्,
दो हजार एक का काल।
मास्टरमाइंड 'अफजल गुरु',
की कूट रचित थी चाल।।
दिन के ग्यारह बजकर,
अट्ठाइस मिनट की मिसाल।
गेट नंबर ग्यारह पर,
एक सफेद कार का भूचाल।।
कार से निकल आतंकी,
'संसद' पर किये बवाल।
सुरक्षाकर्मी नौ शहीद होकर,
भून दिये सब आतंकी लाल।।
मिनट पैंतालिस आपरेशन से,
थर्रा उठा भारत - भाल।
केंद्र में 'वाजपेई' जी,
तब थे सत्ता पाल।
नापाक इरादे ध्वस्त किया,
तब भारत का लाल।
गौरवशाली देश - आत्मा,
सुरक्षित लिया संभाल।।
सोपोर गांव में जन्म लिया,
पढ़ाई रही बेमिसाल।
छोड़ डाक्टरी ट्रेनिंग,
आतंकी हुआ अफजाल।।
पाया फांसी फरवरी नौ,
नहीं गली कोई दाल।
गलत कर्म का गलत नतीजा,
यही जीवन का हाल।।