समझौता
समझौता
यह जिंदगी क्या है..?
मानों गमों का एक दरिया
जहां जीना मुश्किल है
और मरना भी मुश्किल
रास्ता सिर्फ एक है-
समझौता
जो समझौते के पथ पर चलते हैं
वो ही जीवन में आगे बढ़ पाते हैं
जो इस पथ का
अनुसरण नहीं कर पाते
उनकी राह अवरुद्ध हो जाती है
और उनकी जिंदगी
दुख का पर्याय बन जाती है
अगर इस जिंदगी में
खुशहाल रहना है
तो पग पग पर समझौता
करना ही होगा
और अपनों से बड़ों के सम्मुख
झुकना ही होगा..!