STORYMIRROR

Zankhana Kalarthi

Drama

2  

Zankhana Kalarthi

Drama

समझौता

समझौता

1 min
125

समझौता कर लेते हैं

खुद के अरमानो से।


सौदा कर लेते हैं

खुद के जज़्बातो से।

 

पड़ा ख्वाहिशों का

बाज़ार भी कुछ ठंडा सा है।


दिल में उभरने से पहले ही

कुछ समझौता कर लेते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama