समाज सेवक देश के चिराग
समाज सेवक देश के चिराग


देशभक्ति की भावना अपने दिल में लिए,
चले कुछ नौजवान देश बदलने,
ना है यह सिपाही, पुलिसकर्मी और सरकारी कर्मचारी,
यह तो बस अंधकार के समय में उजाले का सूरज लिए चले।
सपना है इनका देश से गरीबी को हटाना,
तभी तो हर कोने में शिक्षा का मशाल लिए चलें,
देश के गौरव उन्नति और विकास को बढ़ाने के लिए,
पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया के नारे लगाए चलें।
काम है इनका थोड़ा भिन्न प्रकार का,
हथियार, पद, अधिकारियों से कोसों दूर,
आम आदमी की तरह समाज में रहकर,
केवल अपनी बोली और कार्य के माध्यम से न्याय दिलाना चाहते हैं जनता को।
आंधी-तूफान या चाहे हो बाढ़ कभी पीछे नहीं हटते हैं,
समानता, शिक्षा, नारी सशक्तिकरण आदि के कामों में ही जुड़े रहते हैं,
हौसला है इनका बुलंद के जागृति फैलानी है हर कदम,
नाम है इनका समाज सेवक समाज के हित में ही कार्य किए जाते हैं।
देशभक्ति की नई मिसाल देकर,
बिना वर्दी ही देश के विकास के लिए काम किए जाते हैं,
देश प्रेम को नागरिकों के अंदर जगाए रखने के लिए,
दिन रात समाज में बदलाव के कार्य किए जाते हैं।