भारत के जांबाज जवान
भारत के जांबाज जवान
करोड़ों लोगों की हिफाज़त के लिए,
कुछ नौजवान सरहद पर बैठे हैं,
भूखे-प्यासे परिवार को भूलकर,
भारत माता की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं।
वर्दी से पहचान है इनकी,
लक्ष्य हमेशा देश को बचाने का रखते हैं,
मां-बाप के लाल से भी ज्यादा,
भारत माता के सपूत को अपना नाम समझते हैं।
आंधी- तूफानों में चट्टान की तरह खड़े रहते हैं,
दुश्मनों की हरकतों पर चौबीसों घंटे नज़र रखा करते हैं,
हौसला इनका बुलंदी बरा जहां प्रकृति भी घुटने झुका देती है,
क्योंकि थथरती ठंडी, तपती धूप, बरसती बारिश भी इनका कुछ नहीं बिगाड़ पाती है।
जान की परवाह
कभी नहीं करते हैं,
दुश्मनों की आहट से भी नफरत करते हैं,
तिरंगे की शान के लिए मरना भी स्वीकार है इन्हें,
क्योंकि देशभक्ति का जुनून अपनी रग-रग में बिठाए रखे हैं।
वतन के लिए बलिदान देने से कभी नहीं डरते हैं,
देश की सुरक्षा को ही परमो धर्म समझते हैं,
कर्तव्य अपना पूरी निष्ठा से निभाते हैं,
इसीलिए लाखों लोग चैन की नींद सो पाते हैं।
इनके शौर्य की गाथा आज़ादी के समय से सुनते आ रहे हैं,
इसीलिए आज हर बच्चा-बच्चा इनके ही जय- जयकार गा रहे हैं,
देश का गौरव तो इनसे ही पहचाना जाता है,
तभी तो भारत की वीरों को अमरदीप कहा जाता है।