Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

हरि शंकर गोयल

Inspirational

4  

हरि शंकर गोयल

Inspirational

सीढ़ी

सीढ़ी

2 mins
238


बड़े काम की चीज होती है सीढ़ी 

ऊपर चढ़ाने का काम करती है सीढ़ी 

हालांकि खुद वहीं पड़ी रहती है सीढ़ी 

मगर औरों को सहारा दे जाती है सीढ़ी 

लोग ऊपर चढ़कर सीढ़ी को लात मार देते है 

औरों के ऊपर चढ़ने का रास्ता खत्म कर देते हैं 

तब अपनी दुर्दशा पर घुट घुट कर रोती है सीढ़ी 

किसी के द्वारा "टूल" बनने पर टूट जाती है सीढ़ी 

ऊपर चढ़ने के लिए क्या क्या नहीं करते हैं लोग 

अपनों से छल कपट कर आगे बढ़ जाते हैं लोग 

खून के रिश्तों का कत्ल करने में झिझकते नहीं 

विश्वास का गला घोंटकर ऊपर चढ़ जाते हैं लोग 

कोई रिश्ते नातों को सीढ़ी बनाता है 

कोई रंग रूप यौवन को सीढ़ी बनाता है 

कोई भावनाओं को सीढ़ी बनाकर के

आसमान की बुलंदियों पर चढ़ जाता है 

कोई चांद से चेहरे को ही सीढ़ी बनाता है 

कोई नशीली मुस्कान से दिल में उतर जाता है 

कोई घनेरी जुल्फों के जाल में उलझ जाता है 

कोई रसीली बातों के भंवर में गोते लगाता है 

मंजिल तक पहुंचने का रास्ता सीढ़ी से जाता है 

कोई ज्ञान को तो कोई बुद्धि को सीढ़ी बनाता है 

कोई मेहनत से तो कोई छल से मुकाम पाता है 

भोलाभाला आदमी सबके लिए सीढ़ी बन जाता है 

अपने बलबूते पे आगे बढ़ना ही बहादुरी है 

आगे बढ़ने के लिए खुद पर विश्वास जरूरी है 

खुद को सीढ़ी बनने से बचाना भी एक कला है 

जिंदगी में ये सबक याद रखना बहुत जरूरी है 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational