शमा उम्मीद की
शमा उम्मीद की
शमा उम्मीद की जलाए रखना
हौसला अपना बनाए रखना
आज नहीं तो कल मिल ही जाएगी मंजिल
जीवन पथ पर कदम बढ़ाए रखना
शमा उम्मीद की जलाए रखना।
सुख-दुःख तो चक्र है जीवन का
संकट में धैर्य बनाए रखना
शमा उम्मीद की जलाए रखना।
हर अंधेरी रात के बाद
आती है इक नई सुबह
ये बात दिल में बिठाए रखना
शमा उम्मीद की जलाए रखना।
उम्मीद से चलता यह जग सारा
उम्मीद से मिलता लक्ष्य हमारा
उम्मीद से होता जीवन उजियारा
उम्मीद से मिटता जग अंधियारा।
उम्मीद से होता सुखमय जीवन सारा
उम्मीद का न छोड़ो कभी सहारा
उम्मीद निराशा में आशा की किरण है
उम्मीद पतझड़ में लाती बसंत है
उम्मीद से ही है ये दुनिया कायम
उम्मीद का न छोड़ो कभी दामन।