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Moren river

Inspirational

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Moren river

Inspirational

शिक्षक

शिक्षक

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एक शिक्षक

कच्ची मिट्टी में …

शीतल जल देखता है…

तभी तो घट गढ़ता है।


एक शिक्षक

आज मैं कल देखता है…

तभी तो आज पर जीवन निवेश करता है ।


एक शिक्षक…

सपनों में जीवन देखता है ।

तभी तो उन्हें जीवंत करने का प्रयास करता है ।


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rgb(0, 0, 0);">एक शिक्षक….

जब स्वयं खपता है….

तभी तो स्वर्णिम युग निर्माण फलता है।


एक शिक्षक …

जब सच में शिक्षक होता है….

तब परिवर्तन स्वतः ही दिखता है ।


एक शिक्षक……

जब शिक्षकत्व स्वयं का भूलता है…

तभी पतन वह हाथों अपने स्वयं सृजित करता है ।

सच! पतन वह हाथों अपने स्वयं सृजित करता है ।।



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