शेमलेस गर्ल
शेमलेस गर्ल
वो बेशरम लड़की
अपने ख़्वाबों को ज़ुबां देती है
वो बेशरम लड़की अपनी इच्छाओं की उड़ान लेती है
वो बेशरम लड़की अपने सपनों पर यकीन रखती है
वो बेशरम लड़की अपने हौंसले की हौंसला अफजाई करती है
वो बेशरम लड़की अपनी ताकत को बढ़ावा देती है
वो बेशरम लड़की अपने हक के लिए लड़ती है
वो बेशरम लड़की कुरबां होना जानती है
पर कुर्बानी में विश्वास नहीं करती
वो बेशरम लड़की सिर्फ अपने बारे में सोचती है
वो बेशरम लड़की खुलेआम नाचती है
वो बेशरम लड़की बेपरवाह बनी फिरती है।
वो बेशरम लड़की बेबाक लिखती है ।