शादी का लड्डू
शादी का लड्डू
शादी है भैया ऐसा लड्डू जो खाए
पछताएं और जो ना खाए वो भी पछताएं
शादी के लड्डू कभी किसी को ना भाये
पर बिना इसे खाये रहा भी ना जाये
कैसी विकट परिस्थिती हैं भैया
रोटी गोल बनेगी तो ही मिलेगा सैंया
सात फेरों का हैं यह काला जादू
शादी कि ख़ुशी मनाये दुनियाँ
और फंस जाये दूल्हे राजा
जो लड़की कभी होती थी
अपने बाबुल के घर की रानी
सांतवे फैरे के बाद
बन जाये वो नौकरानी
काला जादू ना ही कहे तो क्या कहे
जो खाये पछताए जो ना खाये वो भी पछताए।