सच क्यों खड़ा अकेला है?
सच क्यों खड़ा अकेला है?
चारों ओर अंधेरा है
तम ने सूरज को घेरा है।
झूठों का तो मेला है
पर सच क्यों खड़ा अकेला है?
माना अभी उदासी है।
सच्चाई कुछ दिन को दासी है
झूठों की कौरव सेना को
सच अकेला काफी है।
चारों ओर अंधेरा है
तम ने सूरज को घेरा है।
झूठों का तो मेला है
पर सच क्यों खड़ा अकेला है?
माना अभी उदासी है।
सच्चाई कुछ दिन को दासी है
झूठों की कौरव सेना को
सच अकेला काफी है।