Raghav Dixit
Inspirational
चारों ओर अंधेरा है
तम ने सूरज को घेरा है।
झूठों का तो मेला है
पर सच क्यों खड़ा अकेला है?
माना अभी उदासी है।
सच्चाई कुछ दिन को दासी है
झूठों की कौरव सेना को
सच अकेला काफी है।
संविधान हूं म...
बाप का प्रेम
लड़की
दशहरा
एक अनुभव माँ ...
ये चाहा नहीं ...
प्रेम की, भीख...
बचपन के दिन
गुंडे चमक गए
गंगा का निर्म...
सियासत का कोई रंग नही होता गिरगिट है वो, किसी को नही छोड़ता। सियासत का कोई रंग नही होता गिरगिट है वो, किसी को नही छोड़ता।
ऐसे कुछ कर्म करें हम नाम रहे इस धरा पर। ऐसे कुछ कर्म करें हम नाम रहे इस धरा पर।
ये हमको जान से प्यारा है यह भारत हमारा है। ये हमको जान से प्यारा है यह भारत हमारा है।
कफन पहन के तिरंगे में व्यर्थ नहीं जाने देंगे ये बलिदान कफन पहन के तिरंगे में व्यर्थ नहीं जाने देंगे ये बलिदान
हर पल मुझे याद करता है मेरे दोस्त मेरे सपने में आता है हर पल मुझे याद करता है मेरे दोस्त मेरे सपने में आता है
बाहर से शांत अनवरत चमचमाती हुई धूप बाहर से शांत अनवरत चमचमाती हुई धूप
तेरे दम पर चल रही, सांसे मेरी तेरी भक्ति है, बस ताकत मेरी तेरे दम पर चल रही, सांसे मेरी तेरी भक्ति है, बस ताकत मेरी
पापा की लाड़ो आपके जन्मदिवस पर श्रृद्धा के पुष्प आपको अर्पित करती हूँ। पापा की लाड़ो आपके जन्मदिवस पर श्रृद्धा के पुष्प आपको अर्पित करती हूँ।
उजागर न कर, मर-मर के जीती हैं, उजागर न कर, मर-मर के जीती हैं,
देखकर हर एक भारतीय में अब जोश बढ़ा! देखकर हर एक भारतीय में अब जोश बढ़ा!
यह रात्रि जागरण क्यों करते हो? सुबह देर से क्यों उठते हो? यह रात्रि जागरण क्यों करते हो? सुबह देर से क्यों उठते हो?
खुशियों से भरा हुआ रंगों का त्यौहार है, द्वेष भावना त्याग दें, तो ख़ुशी अपार है। खुशियों से भरा हुआ रंगों का त्यौहार है, द्वेष भावना त्याग दें, तो ख़ुशी अपार ह...
जिंदगी है अनमोल समझो इसका मोल। जिंदगी है अनमोल समझो इसका मोल।
लोहा जैसे चट्टान से टकराया पत्थरों ने भी अपनी जान गंवाया। लोहा जैसे चट्टान से टकराया पत्थरों ने भी अपनी जान गंवाया।
पार्वती संग तो जोड़ी बने सबसे प्यारी। पार्वती संग तो जोड़ी बने सबसे प्यारी।
खुशहाली और उन्नति आ जाती ,जहाँ पड़ जाता तुम्हारा हाथ। खुशहाली और उन्नति आ जाती ,जहाँ पड़ जाता तुम्हारा हाथ।
धन्य हमारी धरती है जहाँ पे हमने जन्म लिया धन्य हमारी धरती है जहाँ पे हमने जन्म लिया
कुछ तो लोग कहेंगे , तुम उनकी बात सुनो ना. कुछ तो लोग कहेंगे , तुम उनकी बात सुनो ना.
हिमपात धरा से पिघलने लगा सूरज जल्दी आने जो लगा हिमपात धरा से पिघलने लगा सूरज जल्दी आने जो लगा
तू अपनी खूबियां गिन, कमियां बताने के लिए लोग हैं ना। तू अपनी खूबियां गिन, कमियां बताने के लिए लोग हैं ना।