साथी
साथी
कट जाएंगे लम्बे रास्ते
तेरी बेपनाह मोहब्बत साथ है
मिल जाएंगे मंजिले सारी तेरी दुआ साथ है
काबिल नहीं था मैं किसी राह का मुसाफिर बनूँ
ये तो तेरी बेइन्तिह दिल्लगी मेरे साथ है
जरूरत थी राह को किसी राही की
तुम ने मिट्टी से उठाकर मुझे सोना बना दिया
लाजमी तेरी नजरे, काली सुर्ख साथ है
ताज्जुब नहीं किस्मत पे, गर्व बड़ा होता है
मिला जो साथ तेरा, करोड़ों में एक होता है
जैसे सूर्य का बनना, कालों में होता है
ताजी है आँखों की सुर्ख उसकी
आँखों का धोखा नहीं, रौशनी है उसकी
गुजरी जहाँ से खिल गए फूल और पत्ती
मिली है खुशबू जुल्फों की उसकी
मदहोश हैं अदायें, वो मोहब्बत है मेरी
ढूँढ़ने से न मिले ऐसी इंसा है वो
क्या खूब है बाते वो मोहब्बत है मेरी।।

