साथी
साथी
वो साथी तुम कभी न उदास होना,
कभी परेशान न होना।
हम है साथ हर पल, हर दर्द हर कष्ट में ,
सुख में साथ रहे न रहे पर दुख में पास है।
कभी - कभी लड़ लेते है झगड़ लेते है ,
अपना मानते है अब मन की बात भी कह देते है।
मेरे इस कथनी को कभी दिल से न लेना,
कभी रूठना नहीं, ना ही कभी दूर होना।
हमारी दोस्ती अनमोल है, जो दिल के तार से जुड़ी है।
ये यारी रहे जन्म जन्म तक ,
साथ चले हर पल, बन कर साथी तेरा हर पल रहे साथ तेरे ,
जब तक ये जीवन है तक तक खुश होकर ये जीवन का सफर यूं ही बीते साथ तेरे।
मेरा मन बहुत निर्मल है,
अपने इस प्रीत से प्रीतम के साथ बने रहना मुश्किल सफर में भी ऐसे ही साथ निभाते रहना।
जय श्रीकृष्ण राधे-राधे....